आमला व अमलाकी एक फल है जिसे अँग्रेजी में अक्सर Indian Goose beery भी कहा जाता है | आमला अत्यंत लाभकारी औषधि है | आमला एक छोटे व माध्यम आकार के वृक्ष पर लगता है , इसका फल गोल आकार का 2.5 से 3.5 सीएम व्यास का होता है | यह फल गूदेदार होता है , कच्चा होने पर ये हल्के हरे रंग का , जोकि पहले पीला पकने पर पर हल्के गुलाबी रंग का हो जाता है , इस पर अक्सर हल्के धब्बे होते है | स्वाद में खट्टा व कसेला होता है बाद में ये मीठे स्वाद देता जाता है | सूखने पर ये फल ग्रे से काला रंग का हो जाता है जो की सुखी फाँको से रूप में प्राय मिलता है | आमला विटामिन सी से भरपूर होता है , कब्ज में अत्यंत लाभदायक होता है , बालो के लिए यह एक टॉनिक के रूप में भी काम करता है | कच्चे आमले की चटनी, आचार ,सब्जी व जूस के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है | इसका मुरब्बा भी अत्यन्त लाभ दायक होता है | सूखा ये कई आयुर्वेदिक औषधियो के निर्माण में लाया जाता है जिसमे त्रिफला प्रमुख है | आमला बालों के लिए लाभकारी होता है , इसके चूर्ण को शिकाकाई व रीठा चूर्ण के साथ मिलाके बालो पर लेप लगाने से ये बालो को काला घना व शक्तिशाली बनाता है |यह दस्त मधुमेह व जलन में भी लाभदायक है , यह जौंडिस , एसिडिटी, अनेमिया , वातपित्ता व रक्तपित्त में उपयोगी है | यह मल को आसानी से करने में भी लाभ प्रद है , आंखो की रोशनी के लिए भी ये लाभकारी है , स्वप्नदोष व धात संबंधी रोगो में इसका सेवन लाभकर है | आमला एंटी एजिंग अर्थात बढ़ती उम्र को रोकेने में भी लाभकारी है | आमला चूर्ण की मात्रा 3 से 6 ग्राम या चिकित्सक द्वारा निर्देशित मात्रा आमला की नामावली 1. संस्कृत: आमलकी, अमृतफल , धरतिफल 2. आसामी: अमलकु ,अमलखी अमलाखु 3. बंगाली: आमला 4. इंग्लिश : इंडियन गूसेबेरी , एंब्लिक म्यरोबलान्स 5. लेटिन : फायलंट्स एम्बलिका 6 गुजरती : अंबला 7 कन्नड: नेलिकाई 8 मलयालम : नेल्लीका 9 मराठी : आंवला 10 ओडिया : अनला 11 तमिल : नेल्ली 12 तेलेगु : उसीरिका 13 उर्दू : अमलज गुण धर्म रस: मधुर, अम्ल , कटु , तिक्ता , काश्य गुण : लघु , रूक्षा वीर्य : शीत विपाक : मधुर, कर्म: रसायन , त्रिदोषजीत औषधीय उपयोग : रक्तपित्ता, अम्लपित्ता, पमह, दाह, ओषधि : च्यवनप्राश , त्रिफला चूर्ण , धात्री लोह आदि सोर्स : आयुर्वेदिक फार्मोकोपिया ऑफ इंडिया, विकिपीडिया