Safed Musli, scientifically known as Chlorophytum borivilianum, is a herb that holds a significant place in Ayurvedic medicine. With its long history of traditional use, Safed Musli has gained recognition for its potential benefits in promoting men's health. In this essay, we will explore the importance of Safed Musli in Ayurveda, focusing …...
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Ashwagandha, also known as Withania somnifera, is an ancient herb that holds a prominent place in Ayurvedic medicine. With a rich history spanning thousands of years, ashwagandha has been revered for its numerous health benefits and its ability to promote balance and vitality. In this write-up, we will explore the Ayurvedic importance of ashwag…...
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Cashews, with their unique shape and rich flavor, have become a beloved snack and ingredient in cuisines around the world. In this blog post, we will take a deep dive into the world of cashews, exploring their origins, health benefits, culinary uses, and more. Join us as we uncover the nutty delight that is the cashew.
I. The Origins …...
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गोखरू एक सूखा , पका हुआ फल होता है एक पौधे का जिसका बोटिनीकल नाम है Tribulus terrestris Linn । ये एक कटीला फल होता है जिसमे 2-6 काटे तक होते है | यह एक झाडनुमा पोधे पर होता है , जोकि गरम व सूखे परदेशो में पाये जाते है | गोखरू बहुत ही लाभकारी औषधि है , यह मूत्र विकार, वातपित्ता ,रक्तपित्ता ,कफ , सूजन , दर्…...
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काजू को कौन नहीं जनता , ये सफ़ेद रंग की मेवा स्वाद व पोषण से भरपूर होती है , काजू का बोट्निकल नाम Anacardium occidentale है , काजू एक ट्रोपिकल सदाभहार पेड़ पर है ,ये पेड़ करीब 14 मीटर तक हो सकता है , इसमे काजूफल या केशु एपल व काजू होता है | काजू एक मेवा है जिसे यूं ही खाया जा सकता है , या पाकशास्त्र का प्रयो…...
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|| मारीचं वेल्लजं कृष्णमूण धर्मपत्तनम ||
|| मारीचं कटुकं तीक्ष्ण दीपनं कफ़वातजित ||
|| उष्ण पित्तकरं रुक्ष श्वासशूलकृमिन्हरेत ||
मारीच जिसे हम साधारण तोर पर काली मिर्च के नाम से भी जानते है , इसके और भी नाम है जैसे की वेल्लज , कृष्ण आदि |
का…...
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||यष्टिरूपं मधु यष्टिमधु (नि.शे. टी।) || यष्टिमधु या मुलहठी एक जानी पहचानी जारी बूटी है जिसे प्राय: गले व स्वास संबन्धित विकारो में प्रयोग में लेते है | इसका लेटिन नाम Glycyrrhiza glabra Linn है , व संस्कृत में इस यष्टि या यष्टिमधु के नाम से भी जाना जाता है | आमतोर पर इसकी ताने को इसकी छाल सहित सूखा कर प्रयोग में लाया जाता है | इसका स्वाद मीठा होता है जो क…...
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अमलतास के पेड़ मनमोहक पीले फूलो से सुसज्जित रहता है , अमलतास की फली बड़ी ही गुणकारी व औषधीय होती है | इसकी फली काले रंग की 1.5 से 2 फुट की होती है , ये काले रंग के हल्के मीठे गूदे से भरपूर होती है व इसकी संरचना खांचेदार होती है जिसमे बीज भी होते है | अमलतास का गूदा छालो के लिए लाभकारी होती है , इसके गूदे को मुंह में रख कर चूसने मात्र से छालों में ला…...
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पुराणिक मनयताओ के अनुसार जब इंद्र अमृत पान कर रहे थे तब उसकी कुछ बूंदे धरती पर आगीरी , जिसे कुछ वनस्पतिओ ने भी ग्रहण किया , हरड़ या हरीतकी उन वनस्पति में एक वनस्पति है | हरीतकी आयु वृद्धि के लिए उत्तम है और यह त्रिफला का एक अंग है , हरड़ शारीरिक अशुद्धियों को उनके नेसर्गिक मार्ग से बाहर निकालने वाली होती है | यह औषधि कब्ज , सूजन ,ख़ासी , मधुमेह , ज्वर ,गैस का …...
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बहेड़ा और बिभीतकी एक गोलाकार फल है जो की 2.5 से 4 cmव्यास का होता है | पका फल हल्का सा सफ़ेद रंग से ग्रे रंग का होता है जो की सूखने पर भूरे रंग का हो जाता है | इस फल की मोटाई लगभग 3 से 5 mm होती है | बहेड़ा त्रिफला का एक अंग है , बहेड़ा कफ़नाशक , योनीदोष नाशक व दूध को शुद्ध करने वाला और पाचक होता है | यह आमाशय के लिए शक्ति वर्धक है , तथा यह लेक्सटिव होता है…...
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आमला व अमलाकी एक फल है जिसे अँग्रेजी में अक्सर Indian Goose beery भी कहा जाता है | आमला अत्यंत लाभकारी औषधि है | आमला एक छोटे व माध्यम आकार के वृक्ष पर लगता है , इसका फल गोल आकार का 2.5 से 3.5 सीएम व्यास का होता है | यह फल गूदेदार होता है , कच्चा होने पर ये हल्के हरे रंग का , जोकि पहले पीला पकने पर पर हल्के गुलाबी रंग का हो जाता है , इस पर अक्सर हल्के धब्ब…...
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